दैनिक म्हारो स्वदेश
वन प्राणियों के दुश्मन सक्रिय, 6 कृष्ण मृग मृत पाए गए,सभी कृष्ण मृगों के अंगो के सैंपल परीक्षण हेतु लिए गए| ,
दिनांक 04/06/22 को परिक्षेत्र सहायक खिरकिया द्वारा सूचित किया गया कि हरदा खिरकिया मार्ग पर ग्राम नीमसराय के समीप खेतों में 6 कृष्ण मृग मृत पाए गए जिनमें 01 वयस्क नर 02 अवयस्क नर एवं 03 मादा मृग शामिल थे | सूचना मिलते ही वन मंडलाधिकारी श्री अंकित पांडेय (भा.व.से.) एवं अन्य अधिकारी तथा वन अमले ने मौके स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया तथा कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की गई| सघन जांच हेतु नर्मदापुरम की विभागीय डॉग स्क्वॉड टीम से भी सहायता प्राप्त की गई | डॉग स्क्वॉड एवं वन अमले द्वारा आसपास के क्षेत्रों में दिनांक 04.06.2022 एवं 05.06.2022 को सघन जांच की गई | जांच के दौरान दिनांक 05.06.2022 को एक और मादा कृष्ण मृग मृत पाई गई| मृत कृष्ण मृगो में एक मृग का सिंग एवं लिंग काटा हुआ शामिल है| इनके मौत के कारणों का पता लगाने हेतु शवों का वेटरनरी डॉक्टर्स की टीम डॉ त्रिपाठी, डॉ बांके, डॉ शाह, डॉ मुकाती द्वारा पोस्टमार्टम किया गया| पोस्टमार्टम के पश्चात प्राथमिक तौर पर सभी मृगों में मृत्यु का कारण किसी जहरीले पदार्थ का सेवन प्रतीत होता है । सभी कृष्ण मृगों के अंगो के सैंपल परीक्षण हेतु लिए गए| इसके अतिरिक्त खेतो के आसपास स्थित जल स्रोतों के सैंपल भी लिए गए| सभी सैंपलों को जांच हेतु सेंट्रल फोरेंसिक लैब भोपाल भेजा जाएगा जिससे जानवरों द्वारा सेवन किए गए जहरीले पदार्थ को स्पष्ट रूप से पहचाना जा सके | जांच में विभाग द्वारा पुलिस, प्रशासन एवं स्थानीय लोगों का सहयोग प्राप्त किया जा रहा है। कृष्ण मृग की मृत्यु की घटनाओं को रोकने के लिए नीम सराय व आसपास के क्षेत्रों में वन अमले की ड्यूटी भी लगाई गई है| मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम,1972 की सुसंगत धाराओं में वन अपराध प्रकरण क्र 42460/17 दिनांक 04/06/22 दर्ज कर विवेचना में लिया गया है तथा अपराधियों की खोजबीन जारी है|
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निर्वाचन प्रेक्षक श्री उपाध्याय आज आएंगे, 10 जून तक रहेंगे जिले के प्रवास पर
हरदा/मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रिस्तरीय पंचायतों व नगरीय निकायों के निर्वाचन के लिये पर्यवेक्षण हेतु सेवानिवृत्त आईएएस श्री एस.के. उपाध्याय को जिला हरदा का प्रेक्षक नियुक्त किया गया है। प्रेक्षक श्री उपाध्याय 6 से 10 जून तक जिले के प्रवास पर रहेंगे। कलेक्टर श्री ऋषि गुप्ता ने प्रेक्षक श्री उपाध्याय के प्रवास के दौरान व्यवस्थाओं के लिये अधिकारियों को दायित्व सौंपे है। जारी आदेश अनुसार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व हरदा सुश्री श्रुति अग्रवाल को प्रेक्षक श्री उपाध्याय की सर्किट हाउस में आवास, वाहन एवं अन्य सम्पूर्ण व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ज्ञानेनन्द्र यादव को प्रेक्षक श्री उपाध्याय के लिये अनुविभागीय अधिकारी राजस्व हरदा से समन्वय कर शासकीय विश्राम गृह में दूरभाष, फैक्स, कम्प्यूटर, प्रिंटर एवं इंटरनेट की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। साथ ही जिला आबकारी अधिकारी श्री रीतेश कुमार लाल को प्रेक्षक श्री उपाध्याय के लाइजिनिंग अधिकारी एवं पथ प्रदर्शक का दायित्व सौंपा गया है। इसी प्रकार स्टेनोग्राफर श्री सुभाष सिटोके को प्रेक्षक के स्टेनोग्राफर, सहायक ग्रेड-3 श्री राजेन्द्र चक्रवर्ती को प्रेक्षक के लिपिकीय कार्य तथा श्री राकेश पुरविया को कम्प्यूटर ऑपरेटर का दायित्व सौंपा गया है।
चुनावों के दृष्टिगत "चुनाव" मोबाइल एप आम नागरिकों के लिए होगा उपयोगी
हरदा/ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निर्वाचन एवं त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन के लिए मतदाताओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए *"चुनाव"* मोबाइल एप बनाया गया है। इस एप के माध्यम से मतदाता सूची में नाम सर्च कर सकते है तथा उम्मीदवार की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी भी एप से प्राप्त की जा सकती है। एप पर उम्मीदवार की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी निर्वाचन प्रचलन होने पर देखी जा सकेगी। चुनाव मोबाइल एप को आयोग की बेवसाईट एवं गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप एंड्राइड प्लेटफार्म पर ही रन होगा।
हमें आने वाली पीढ़ी के लिए धरती बचाना है : मुख्यमंत्री श्री चौहान
हरदा के वृक्षारोपण अभियान में लगे कार्यकर्ताओं का भोपाल में होगा सम्मान : मुख्यमंत्री श्री चौहान
सुभाष क्लब द्वारा हरदा, बैतूल- होशंगाबाद-खण्डवा और सीहोर में पांच करोड़ पौधे लगाने का संकल्प
विश्व पर्यावरण दिवस पर हरदा में आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअली किया संबोधित
हरदा/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमें आने वाली पीढ़ी के लिए धरती बचाना है। धरती को बचाने में प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगाकर सहयोग दे सकता है। हमें वृक्ष मित्र और पर्यावरण मित्र बनकर, आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण के अपने दायित्व का निर्वहन करना ही होगा। हरदा में सुभाष मंच द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए संचालित गतिविधियों से मैं अभिभूत हूँ। हरदा के वृक्षारोपण अभियान में लगे कार्यकर्ताओं का भोपाल में सम्मान किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सुभाष मंच, हरदा द्वारा “आत्मनिर्भर कृषक - आत्म-निर्भर कृषि” के अंतर्गत आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को निवास कार्यालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। हरदा में आयोजित कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, वरिष्ठ समाज सेवी, पर्यावरण प्रेमी तथा सुभाष मंच, हरदा के संस्थापक श्री गौरी शंकर मुकाती उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण धरती का अस्तित्व संकट में है। पर्यावरण संरक्षण के लिए जितना काम होना चाहिए उतना नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत में पर्यावरण संरक्षण के लिए समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें हम सबको योगदान देना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं, प्रतिदिन एक पौधा रोपता हूँ, और पेड़ लगाने से ही स्वयं को सम्पूर्ण अनुभव करता हूँ। जब तक पेड़ न लगा लूं तब तक कुछ अधूरा सा लगता है। वृक्षारोपण कर हम एक प्रकार से सांसें लगा रहे हैं। पेड़ ऑक्सीजन देने के साथ-साथ, नदियों को जल और कई जीव-जन्तुओं को आश्रय प्रदान करते हैं। धरती के तापमान में हो रही वृद्धि से भयानक स्थिति उत्पन्न होगी, इससे बचाव का वृक्षारोपण ही एक मात्र उपाय है।
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया कि सुभाष क्लब द्वारा हरदा सहित बैतूल, होशंगाबाद,खण्डवा और सीहोर में पांच करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है। इसके लिए मुम्बई की "ग्रो ट्रीज़" कम्पनी के साथ एग्रीमेंट भी हुआ है। विश्व पर्यावरण दिवस पर सुभाष मंच के 400 सहयोगी और डेढ़ लाख किसान अपनी निजी भूमि में मेंढों पर पौधे लगा रहे हैं। “आत्म-निर्भर कृषक-आत्म निर्भर कृषि”, संसाधनों के कुशल और वैज्ञानिक प्रबंधन की अवधारणा है। इसके अंतर्गत मेढ़ों और अनुपयोगी भूमि पर सागौन और फलदार वृक्षों का रोपण करके किसानों के लिए भविष्य- निधि निर्माण की परिकल्पना है। नदियों के तटों को भूमि-कटाव से बचाने और बाढ़ नियंत्रण के लिए भी वृक्षारोपण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे खेतों में प्रयोग किए गए कीटनाशकों को सीधे नदियों में जाने से रोकने में भी मदद मिलेगी।