भारत माता के लाल, राष्ट्र के गौरव,महाराणा प्रताप का जन्मोत्सव मनाया गया     

दैनिक म्हारो स्वदेश
 

                                         हरदा। जिले में साहस और पराक्रम वीरता के स्वामी शिरोमणि महाराणा प्रताप का  जन्मोत्सव राजपूत समाज , महाराणा सेना, करनी  सेना, सहित सर्व समाज ने मनाया।महाराणा सेना पदाधिकारियों ने बताया कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार वीर महाराणा प्रताप का जन्मोत्सव ज्येष्ठ के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। जिसको देखते हुये महाराणा सेना द्वारा 9 मई से 02 जून तक महाराणा प्रताप जन्मोत्सव का आयोजन करेगी, जिसका समापन भव्य रूप से  होगा।   महाराणा सेना मध्यप्रदेश गांव गांव में जाकर 13 वे मेवाड़ महाराजा वीर शिरोमणि  महाराणा प्रताप के जीवन से लोगो को अवगत कराने का कार्य मैदानी तोर पर करेगी। 

 जन्म 9 मई 1540 हुआ,   भारत में मुगल साम्राज्य विस्तार को विफल करने का कार्य महाराणा प्रताप द्वारा किया गया।   हल्दीघाटी का युद्ध, मुगलों के खिलाफ आपने अपनी वीरता का परिचय दिया।  मुगल शासक अकबर को तीन बार हराने का गौरव प्राप्त है। महाराणा प्रताप हल्दीघाटी के युद्ध में हारे नही यही उनकी सबसे बड़ी जीत मानी जाती है, क्यो की  आत्मसमर्पण करने से इंकार कर दिया था। महाराणा प्रताप ने दोबारा मुगलों से कब्जा किए गए क्षेत्रों को पुनः जीत लिया। साहित्यकार महाराणा प्रताप को पहला स्वतंत्रता सेनानी मानते है।   महाराणा प्रताप अकेले ही मुगलों के खिलाफ खड़े रहे। उनका शारीरिक ढांचा बेहद अलग था। वो 7 फीट 5 इंच के व्यक्ति थे,  104 किलो की तलवार,  शरीर पर कवच का वजन 72 किलो रहता था।

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