बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता में 55 बैल जोड़ी ने भाग लिया। 




ठाकुर भगत सिंह चौहान


*बैल जोड़ी नही, उस गांव का मान दौड़ता है। जीत भी गांव की ओर हार भी* 



हरदा। विशाल बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता ग्राम डूडगाँव तहसील पुनासा मैं संपन्न हुई । विजय जेवल्या ने बताया कि 55 बैल जोड़ी ने भाग लिया था।  देश, सहित प्रदेश में गांवों में बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता का लोकप्रिय ग्रामीण परिवेश मनोरंजन ही नही विविध रूप से इसका महत्व माना जाता है ।  आधुनिकता , कृषि कार्य मे यंत्रो के उपयोग के चलते धीरे धीरे इस पारंपरिक व्यवस्था को बनाये रखना चुनोतियाँ पूर्ण है, जिसे बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता, पशु पालन, बैल गाड़ी दौड़ने की कला के माध्यम से जीवंत रखा गया है। पुरानी कहावत है,  *बैल जोड़ी नही, उस गांव का मान दौड़ता है। जीत भी गांव की ओर हार भी* 


*इन ने मारी बाजी*

हरदा जिले की ग्राम छोटी हरदा की बैल जोड़ी नमामि जेवल्या छोटी हरदा ने प्रथम पुरस्कार 15000 रुपए , द्वितीय पुरस्कार 7000 इज्जत पटेल अगरदा तृतीय पुरस्कार 5000 सुनील पटेल पुरनी हासिल किया।

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