अबगांव कला में सीएम राइज स्कूल की भूमि को किया अतिक्रमण मुक्त*


      

 हरदा ,   मध्यप्रदेश में सर्वसुविधायुक्त स्कूल शुरू करने के लिए CM राइज स्कूलों का चयन किया गया है। सीएम राइज योजना के तहत तहसील क्षेत्र हंडिया के अंतर्गत ग्राम अबगांव कलां में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अबगांवकलां का चयन किया गया है। गुरुवार को हंडिया तहसीलदार डॉ.अर्चना शर्मा के आदेश पर राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों के दल ने हंडिया थाना पुलिस बल की उपस्थिति में सीमांकन कर स्कूल की भूमि की चारों सीमाओं को चिन्हित किया गया। इसमें तीन व्यक्तियों रामबाई कोरकू,सुनील नहाल ने टापरी व मकान बनाकर एवं शंकर भांमी ने रकबा 0.242 हे. पर फसल बोकर अतिक्रमण किया गया है। जिसे हरदा एसडीएम श्रुति अग्रवाल व हंडिया तहसीलदार डॉ.अर्चना शर्मा की उपस्थिति में रामबाई कोरकू व सुनील नहाल के मौके मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के तहत फार्म भरवाया गया तो दोनों ने अपना स्वमेव अतिक्रमण हटाने की बात कही एवं शंकर भांमी ने भी चना की फसल कटने पर अपना अतिक्रमण हटाने का लिखकर दिया तथा स्कूल की भूमि का कब्जा प्राचार्य पी पी धानवे को सौंपा गया 13 फरवरी को सुजुकी कंपनी भर्ती

हरदा/ सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था हरदा में 13 फरवरी को कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया जा रहा हैं। कैम्पस ड्राइव में में 18 से 23 वर्ष के आई.टी.आई उत्तीर्ण पुरूष आवेदक ही शामिल हो सकते है। आवेदक अपने साथ अपना रिज्यूम, मूल शैक्षणिक दस्तावेज एवं परिचय पत्र 02 फोटो कॉपी सेट के साथ एवं 05 पासपोर्ट साईज फोटो लेकर शासकीय औद्योगिक प्रषिक्षण संस्था हरदा में दिनांक 13.02.2022 (रविवार) को प्रातः 10ः00 बजे उपस्थित हो। कम्पनी का वेतनमान 20100 रूपये है। आवेदक का 10 वी कक्षा न्यूनतम 50 प्रतिषत अंको के साथ एवं आई.टी.आई न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।

संपादक
ठाकुर भगत सिंह चौहान,,,,,

*‘‘उद्यम क्रान्ति योजना’’ के तहत विकासखण्ड स्तरीय शिविर आज हरदा में* 

हरदा / मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना अन्तर्गत उद्योग, सेवा एवं खुदरा व्यवसाय अर्थात रिटेल ट्रेड के लिये आमंत्रित किये गये है। योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदाय करने के लिये विकासखण्ड स्तरीय शिविर आयोजित किये जा रहे है। महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र श्री के.आर. उइके ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना के संबंध में 11 फरवरी को जनपद पंचायत हरदा में दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक विकासखण्ड स्तरीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 

महाप्रबन्धक श्री उइके ने बताया कि योजना अंतर्गत उद्योग क्षेत्र के लिए 50 लाख रूपये तक तथा सेवा अथवा खुदरा व्यवसाय के लिए 25 लाख तक की परियोजना लागत सीमा निर्धारित की गई है। योजना में 18 से 40 वर्ष और न्यूनतम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण इच्छुक आवेदक आवेदन कर सकते है। योजना का लाभ केवल नवीन उद्यम की स्थापना हेतु देय होगा, जिसमें 3 प्रतिशत ब्याज अनुदान प्रतिवर्ष की दर से 7 वर्ष तक देय होगा। योजना का संचालन ऑनलाईन पोर्टल http://samast.mponline.gov.in  के माध्यम से किया जा रहा है। इच्छुक आवेदक योजना की विस्तृत जानकारी के लिये कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कार्यालय कलेक्टर परिसर, हरदा के कक्ष क्रमांक 77-78 मे कार्यालयीन समय मे सम्पर्क सकते है।


*कक्षा 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी*

हरदा / स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षिक सत्र 2021-22 की कक्षा 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया गया है। संचालक लोक शिक्षण श्री के.के. द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश के सभी शासकीय हाई और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षा सुबह 8ः30 से 11ः30 के बीच आयोजित की जाएंगी। कक्षा 9 वीं की परीक्षा 16 मार्च से 12 अप्रैल 2022 तक और कक्षा 11वीं की परीक्षा 15 मार्च से 13 अप्रैल 2022 तक आयोजित की जाएगी। सभी विद्यालयों में प्रश्न पत्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा परिषद् द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर सभी परीक्षार्थियों को सुबह 8 बजे उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा कक्ष में सुबह 8ः15 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले विद्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका और 5 मिनट पहले प्रश्न पत्र दिए जाएंगे। सभी श्रेणी के दिव्यांग विद्यार्थियों को 20 मिनट प्रति घंटे के हिसाब से अतिरिक्त समय और लेखक की सुविधा प्रदान की जाएगी।


*सफलता की कहानी*

*आधुनिक तरीके से उद्यानिकी फसलों की खेती कर मधु बना करोड़पति*


हरदा/ हरदा जिले के एक किसान श्री मधु धाकड़ ने पारम्परिक खेती से हटकर उद्यानिकी फसलों को आधुनिक संसाधनों के साथ अपनाया तो उसकी आय में बहुत अधिक वृद्धि हुई। और अच्छी आमदनी प्राप्त की है। ऐसे सफल कृषक से मिलने और उसके कारण जानने के लिये मैंने उसका साक्षात्कार लिया और उसकी सफलता के राज जाने। ग्राम सिरकम्बा निवासी किसान श्री मधु धाकड़ ने फसल विविधीकरण को अपना कर खेती से करोड़ों रुपये का लाभ अर्जित किया है। प्रदेश के अन्य किसानों को भी इससे प्रेरणा लेकर फसल विविधिकरण को अपनाना चाहिये।

  कृषक श्री धाकड़ ने गेहूँ, चना, सरसों जैसे पारम्परिक फसलों के स्थान पर मिर्च, टमाटर, अदरक, शिमला मिर्च इत्यादि उद्यानिकी फसलों की खेती करने का साहसिक फैसला लिया। उन्होंने बताया कि इससे निश्चित ही लागत में वृद्धि हुई, लेकिन लाभ में भी कई गुना वृद्धि हुई। श्री धाकड़ के इस फैसले से क्षेत्र में 350 से 400 लोगों को नियमित रूप से रोजगार भी मिलने लगा। किसान श्री धाकड़ ने 10-12 वर्ष पूर्व फसल चक्र परिवर्तन का फैसला लिया। अब श्री धाकड़ उद्यानिकी फसलें ही लेते हैं। 

इस वर्ष श्री धाकड़ ने 70 एकड़ में टमाटर, 60 एकड़ में शिमला मिर्च और 20 एकड़ में अदरक लगाया। टमाटर में प्रति एकड़ 2 लाख रुपये का खर्च आया, जबकि आय 10 लाख 50 हजार रुपये प्रति एकड़ हुई। अर्थात शुद्ध 8 लाख 50 हजार का मुनाफा हुआ। इस वर्ष 7 से 8 करोड़ रुपये का टमाटर बेचा जा चुका है और अभी टमाटर की बिक्री चालू है। उन्नत कृषक श्री धाकड़ ने इस वर्ष प्रति एकड़ समस्त खर्च के बाद भी 7 से 8 लाख रुपये प्रति एकड़ मिर्च बेचकर कमाये हैं। उनकी मिर्च गुजरात के व्यापारियों के माध्यम से दुबई तक एक्सपोर्ट की गई है। श्री धाकड़ ने इस वर्ष 60 एकड़ में मिर्च की फसल लगाई है। संयुक्त परिवार में रहने वाले श्री मधु धाकड़ बहुत प्रसन्न हैं, क्योंकि उन्होंने नवाचार और साहस के साथ खेती करके अधिकतम लाभ कमाने के लक्ष्य को हासिल किया है। **


*खुशियों की दास्तां* 

*ड्रिप सिस्टम से खेती की तो सुहागसिंह की आय बढ़ी और घर में आई खुशहाली*


हरदा/ जिले के तहसील खिरकिया के ग्राम सांगवा माल निवासी श्री सुहाग सिंह सिंचाई का साधन न होने के कारण परंपरागत तरीके से खेती कर किसी तरह जीवकोपार्जन कर रहे थे। परम्परागत खेती के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। श्री सुहाग सिंह को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप संयंत्र स्थापना के लिये सहायता मिलने की योजना के बारे में बताया तो वह तुरन्त तैयार हो गया। श्री सुहाग सिंह ने उद्यानिकी विभाग में जाकर उक्त सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया और कुछ ही दिन में उनका प्रकरण स्वीकृत भी हो गया, जिससे उनके खेत में ड्रिप संयंत्र सुविधा उपलब्ध हुई। किसान श्री सुहाग सिंह बताते है कि पहले गेहूँ, चने की खेती करते थे तो उतनी आय नहीं होती थी। गाँव के अन्य किसानों को उद्यानिकी फसल की खेती करते देखा और उससे हुए लाभ की जानकारी ली तो सुहाग सिंह ने भी गेहूँ, चने की खेती छोड़ मिर्ची की खेती अपनी 1.2 हेक्टेयर जमीन में की। ड्रिप पद्धति से सिंचाई के बाद मिर्ची का बम्पर उत्पादन हुआ। सुहाग सिंह ने बताया कि 1.20 हेक्टेयर में लगभग 100 क्विंटल मिर्ची का उत्पादन हुआ जो कि लगभग 3 लाख रूपये में बिकी। सुहाग सिंह का कहना है कि परम्परागत खेती की जगह उद्यानिकी फसल लेने से उसकी आय लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है, जिससे परिवार में खुशहाली आई है और घर में सभी लोग बहुत खुश है।  **

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