महात्मा गांधी ने ही हरदा को हृदय नगर से संबोधित किया था
महात्मा गांधी को हरदा आगमन पर चांदी की तश्तरी भेंट की गई थी यहां तश्तरी चित्र
हरदा वासियों को संबोधित किया था हरदा की पावन भूमि पर 8 दिसंबर 1933 का दिन हरदा के इतिहास में अहिंसा के पुजारी के आगमन का दिन है इस दिन महात्मा गांधी हरदा में आए थे स्वच्छता एवं दलित कल्याणको लेकर पूरे भारत मैं महात्मा गांधी ने भ्रमण किया हरदा प्लेटफार्म पर जब महात्मा गांधी का आगमन हुआ तब बड़ी संख्या में हरदा और उसके आसपास के लोगों मैं अहिंसा के पुजारी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या मैं लोगों ने देखा प्लेटफार्म से गली मोहल्ले नगर में महात्मा गांधी ने कार से पूरे नगर का भ्रमण किया लोगों ने महात्मा गांधी का पुष्पा से स्वागत किया महात्मा गांधी ने दलितों के कल्याण के लिए एवं भारत को स्वच्छता का संदेश देने की भारत भ्रमण की योजना के अंतर्गत हरदा में भी दलित कल्याण पर उन्होंने जोड़ दिया आम सभा जिम खाने वाले ग्राउंड में की गई थी इस आमसभा में करीबन 100000 लोग ने महात्मा गांधी के भाषण सुने लोगों से एकत्रित हुए चंदे से मिली राशि महात्मा गांधी को एक पोटली देखकर इस आंदोलन में हरदा की ओर से भेंट थी महात्मा गांधी के सम्मान में महात्मा गांधी को हरदा वासियों की तरफ से एक चांदी की तश्तरीभेंट की गई अन्नपूर्णा स्कूल में महात्मा गांधी ने दलित वर्ग के साथ मिलकर चरखा चलाया यहां पर महात्मा गांधी दलित वर्ग को हरि का जन कहकर उनका सम्मान किया महात्मा गांधी किसी भी धर्म जाति में भेदभाव नहीं समझते थे इनका मूल मकसद सब जन एक है गांधीजी जी को भेंट की गई इस पोटली में एकत्रित राशि 1633,9531 रुपए एवं चांदी की तश्तरी को नीलम किया गया हरदा के तुलसीराम सो कल ने 101 रुपए में यहां तश्तरी खरीदी वह आज भी सुरक्षित है महात्मा गांधी ने दलित मोहल्ले का भ्रमण किया यहां की साफ सफाई देखकर वह खुश हो गए एवं हरदौल मैं हरिजनों के उत्थान के लिए किए गए कार्यक्रम से गांधीजी को प्रशंसा हुई महात्मा गांधी की आम सभा की अध्यक्षता श्री चंद्र गोपाल मिश्रा ने की थी इस कार्यक्रम में कांग्रेश के वॉलिंटियर रस्सी पकड़ कर पूरे समय दोनों तरफ खड़े रहिए इस कार्यक्रम में 1 लाख लोगों की भीड़ को अनुशासित तरीके से देखकर महात्मा गांधी भी खुश हुए हरदा से गांधीजी जब खंडवा गए तो वह प्लेटफार्म पर भी बहुत भीड़ थी यह जानकारी मेरे पूज्य पिता स्वर्गीय श्री ठाकुर गुलाब सिंह चौहान, ने एक बार हरदा के अतीत पर चर्चा के दौरान यह बातें बताई थी उनकी स्मृति में यादों की स्मृति, सतपुड़ा समीक्षामैं भी हरदा के संग्राम सेनानियों एवं हरदा मैं गांधीजी के आने का विवरण किया गया तथा हरदा और स्वतंत्रता संग्रामकी पुस्तक में भी हरदा में गांधी जी के आगमन की विस्तृत जानकारी को हमने पड़ा हरदा के इतिहास में महात्मा गांधी का आगमन ऐतिहासिक रहा हरदा में अभी तक इतनी बड़ी आम सभा में लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं हो पाई है हरदा के इतिहास में महात्मा गांधी की आम सभा इतिहासिक थी