नारी तू नारायणी नमोस्तुते


नमोस्तुते नमोस्तुते,,,,,,,,,
संपादक भगत सिंह चौहान

एक संगीतकार ने यहां   गीत गाकर मां जगदंबे की आराधना के माध्यम से यहां बताया की हम नवरात्रि पर कन्या पूजन करते हैं फिर महिलाओं एवं कन्याओं पर अत्याचार क्यों होते हैं उनका अपमान क्यों करते हैं इस गाने के माध्यम से गीतकार ने यही बताया है कि जग में अब अना चारी बढ़ने लगे हैं इसलिए , जग में बढ़ गए निशाचर काली मां कब भरेगी खप्पर,,,,,,,,,,नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो चुका है इस पर्व के चलते लोग अपनी-अपनी आस्था के अनुसार मां जगदंबा की पूजा अर्चना कर रहे हैं कन्या पूजन भी किया जा रहा है कुछ देवी भक्त एवं माता बहने उपवास रखकर 9 दिवस के इस पर्व को मना रहे हैं मां जगदंबा स्वयं एक शक्ति स्वरूपा है यहां सच है कि की मां सृष्टि रचयिता है एवं मां ही जब अत्याचार अनाचार एवं राक्षसी प्रbति बढ़ने लगती है कब मां जगदंबा कोई ना कोई सा रूप में आकर इन दानवों का विनाश करती रहती है मां जगदंबा की उपासना के पर्व का उत्सव चल रहा है हम 9 दिन कन्या पूजन करते हैं नारी तू नारायणी को भी हम मानते हैं फिर हम नारी का अपमान क्यों करते हैं? कन्या पूजन किया जाता है इसलिए कि मां जगदंबा का स्वरूप कन्या के रूप में ही है कन्या पूजन मैं मां जगदंबे अपने स्वरूप के दर्शन देतीहै फिर भी आए दिन टीवी समाचारों एवं समाचार पत्रों में कन्याओं के साथ अनाचार की खबरें देखी जा रही है ऐसे समय में इन राक्षसी  तत्वों  के खिलाफ हम मौन रहते हैं अगर कोई बालिका को चौक चौराहे पर बुरी नजर से या अश्लील हरकत करता है तो ऐसे ऐसे राक्षसों से हम क्यों नहीं बचाते कन्या पूजन का सही महत्व एवं मां जगदंबा की असीम कृपा अगर हमें प्राप्त करना है तो 9 दिवस में हम कन्या देवी स्वरूपा की रक्षा का हम संकल्प लें बढ़ते अनाचार के खिलाफ हम हमेशा तैयार रहें या ना समझे कि यहां करना किसी दूसरे की बेटी है हम जब कन्या की रक्षा का संकल्प ले लेंगे तो  राक्षसी तत्व मैं भाई व्याप्त हो जाएगा और आए दिन कन्याओं पर हो रहे अनाचार मैं काफी हद तक कमी आ सकती है हर व्यक्ति जो मां जगदंबा एवं कन्या पूजन को सर्व परी मानता है वह 9 दिन के अभी अलावा भी  कन्याओं को दुर्गा स्वरूपा माने और उन पर होने वाले अनाचार के खिलाफ खड़ा रहे तभी सच्ची नवरात्रि की कन्या पूजन सफल होगी और मां जगदंबे की असीम कृपा भी रहेगी हमारे शास्त्रों में नारी तू नारायणी नमस्ते नमस्ते नमस्ते कहा गया है इसलिए नारी का सम्मान करें कन्याओं पर हो रहे अना चारों के खिलाफ हमेशा ढूंढता से खड़े रहे तभी हमारी शक्ति पूजा सफल सिद्ध होगी कन्याओं के अनाचार को देखकर आप आंख बंद ना करें उनके खिलाफ मोर्चा खोलें अन्याय करने वाले से ज्यादा अन्याय देखना भी पाप है इसका विरोध करना आवश्यक है संपादक भगत सिंह चौहान दैनिक म्हारो स्वदेश

Popular posts from this blog