चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा टिमरनी शहर के खाद्य प्रतिष्ठानों पर विक्रय हेतु रखे खाद्य पदार्थ, मिठाई, कढ़ाई के तेल आदि की जाँच


दैनिक म्हारो, स्वदेश

हरदा*भोपाल संभाग से आई चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा टिमरनी शहर के खाद्य प्रतिष्ठानों पर विक्रय हेतु रखे खाद्य पदार्थ, मिठाई, कढ़ाई के तेल आदि की जाँच  की गयी हैं।

      खाद्य कारोबार कर्ताओ को समझाईस दी गयी कढ़ाई के तेल को 03 बार से अधिक तलने में प्रयोग न किया जाए, खाद्य पदार्थ ढककर रखें, खाद्य लायसेंस लेकर ही प्रतिष्ठान का संचालन करें।

  आज टिमरनी शहर से 43 नमूने चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा जांचे  गए हैं। जिनमे से 06 नमूने अमानक और 37 नमूने मानक स्तर के पाए गए हैं। अमानक पाए गए नमूनो में धारा  32 के अंतर्गत इम्प्रूवमेंट नोटिस जारी किये जायेंगे.।

निरिक्षण दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी, नगर पालिका सदस्य और चलित प्रयोगशाला के केमिस्ट


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फिट इंडिया फ्रीडम रन




दैनिक म्हारो स्वदेश, भगत सिंह चौहान



*आजादी के अमृत महोत्सव के तहत फिट इंडिया फ्रीडम रन सम्पन्न*

हरदा आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत महोत्सव के उपलक्ष में नेहरू युवा केंद्र हरदा के द्वारा 2.0 फिट इंडिया रन का आयोजन हरदा जिले के तीनों विकास खंडों में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत खिरकिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत कानपुरा में फिट इंडिया रन का आयोजन किया गया। इस दौरान गांव के युवाओं को प्रतिदिन 30 मिनिट एक्सरसाइज करने के लिये जागरूक किया गया। जिला युवा अधिकारी मोनिका चौधरी ने बताया आजादी के अमृत महोत्सव हरदा जिले के गांवों में नेहरू युवा केंद्र द्वारा फिट इंडिया रन 2.0 आयोजन किया जा रहा है। 


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*जल भराव, कीट एवं रोगों के प्रबंधन हेतु कृषकों के लिए उपयोगी सलाह*

हरदा किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा सोयाबीन की फसल हेतु आवश्यक सलाह दी गई है। किसानों से कहा गया है कि वे खेतों में जल भराव नहीं होने दे। खेतों में जल भराव होने की स्थिति में जल निकासी की समूचित व्यवस्था करें। फसलों की लगातार निगरानी करे। कीट व्याधि दिखाई देने पर उसके उपचार की तुरंत व्यवस्था करें। खेत में जल भराव की स्थिति में सोयाबीन की फसल में जड़ सड़न अर्थात रूट रोट रोग का प्रकोप हो सकता है। ऐसी दशा में किसान जिन क्षेत्र में जल भराव है, वहाँ पर जल निकासी का उचित प्रबंधन करें।

कृषि विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि साथ ही जड़ सड़न के रोकथाम हेतु, टेबूकोनाझोल 625 एम.एल., टेबूकोनाझोल़सल्फर 1250 एम.एल., हैक्जाकोनाझोल 5 प्रतिशत ई.सी. 500 एम.एल. या पायरोक्लोस्ट्रीबिन 20 प्रतिशत डब्ल्यू.जी. 375-500 एम.एल. प्रति हेक्टर की दर से किसी भी एक रसायन का छिड़काव करें। इसके अलावा पीला वायरस (यलो मोइजेक) रोग को फेलाने वाली सफेद मक्खी के प्रबंधन हेतु खेत में यलोस्ट्रीकी ट्रेप लगाये, यलो मोईजेक तीव्र गति से फैलने पर-थायोमिथाक्सम 25 डब्ल्यू.जी. 100 ग्राम प्रति 500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। नर वयस्क कीट के लिये सोयाबीन की फसल में प्रकाश जाल (लाइट ट्रेप) लगाए, जिससे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों की स्थिति के बारे में जानकारी के साथ-साथ उनका प्रबंधन किया जा सकें। बीज उत्पादन के लिये उगाई जाने वाली सोयाबीन के फसलों में अन्य सोयाबीन की किस्मों के पौधे है, तो उन पौधों को निकाल दे, जिससे बीज की शुद्धता बनी रहें। प्रांरभिक अवस्था में प्रकोप करने वाले कीट या इल्लियां जैसे-लीनसीड केटरपीलर, हरी अर्द्धकुण्डलक, गर्डल बीटल इल्लियों के रोकथाम हेतु निम्न कीटनाशक-क्वीनालफॉस 25 ई.सी. 1500 एम.एल., इन्डोक्साकार्ब 14.5 एस.सी.300 एम.एल. या फ्लुबेन्डीयामाईड 39.35 एस.सी. 150 एम.एल. प्रति हेक्टर की दर से किसी एक कीटनाशक दवाई का 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर उपयोग किया जा सकता है।

[आपके द्वार के तहत औषधीय पौधों का वितरण आज

हरदा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आयुष आपके द्वार के तहत औषधीय पौधे के विरतण का आयोजन कलेक्टर श्री संजय गुप्ता के निर्देशन में किया जायेगा । औषधिय पौधो का वितरण ग्राम अबगांव कला स्थित शासकीय उद्यान रोपणी में 03 सितम्बर 2021 को दोपहर 12 बजे से निशुल्क किया जायेगा। जिला आयुष अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा ने बताया है कि यह आयोजन आयुष विभाग और उद्यानिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन को औषधिय पौधो के उपयोग एवं उनके लाभ से अवगत कराना एवं औषधिय पौधो का जनसामान्य में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना है। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सी.ई.ओ. एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियो की भी सहभागिता रहेगी।

  

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