हरदा जिले के समाचार एक नजर में दैनिक म्हारो स्वदेश संपादक भगत सिंह चौहान
*कलेक्टर श्री गुप्ता ने अधिकारियों को दिये निर्देश *
हरदा / कलेक्टर श्री संजय गुप्ता ने जिले के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों का निराकरण आवेदक से चर्चा कर संतुष्टि पूर्ण तरीके से किया जाए। उन्होने कहा कि जो सीएम हेल्पलाईन के जो आवेदक पात्र हैं, उन्हें संबंधित योजना का लाभ दिलाएं तथा जो अपात्र है, उन्हें अपात्रता के बारे में बताते हुए लिखित में सूचित करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में निर्देश दिये कि किसी भी पेयजल योजना से जुड़े विद्युत कनेक्शन न काटे जाएं। उन्होने ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल योजनाओं के विद्युत देयक जमा कराने व उससे संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिये पीएचई, जनपद सीईओ व विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारियों की समिति बनाकर समन्वय के साथ कार्य करने के लिये कहा। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जे.पी. सैयाम व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राम कुमार शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
*हरदा शहर की गंदगी पर नाराजगी प्रकट की,
कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में नगरीय क्षेत्र में साफ-सफाई के लिये सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से कहा। उन्होने मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरदा से कहा कि शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होने हरदा शहर में साफ-सफाई तथा पॉलिथिन मुक्त करने के लिये विशेष अभियान प्रारंभ करने की आवश्यकता बताई। उन्होने टिमरनी नगर में साफ-सफाई व्यवस्था की सराहना की।
*ग्रामीण क्षेत्र के पहुँच मार्गो की हालत सुधारें*
कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्र में सभी पहुँच मार्गो की हालत सुधारें ताकि वर्षा ऋतु में ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी न हो। उन्होने ग्राम करताना से कोड़ियाखेड़ी मार्ग की हालत खराब होने संबंधी अखबारों में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए संबंधित एसडीएम व जनपद पंचायत के सीईओ को इस मार्ग को सुधरवाने के लिये निर्देशित किया।
*जर्जर शासकीय भवन गिराकर नये भवन निर्माण के प्रस्ताव भेजें*
कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके विभाग के पुराने, जर्जर व अनुपयोगी हो चुके भवनों को गिराने की कार्यवाही लोक निर्माण विभाग के माध्यम से करें तथा इसके स्थान पर नये भवन निर्माण के लिये अपने विभाग को प्रस्ताव भेजें। उन्होने ग्राम भुवनखेड़ी में पुराने जर्जर स्कूल भवन को गिराने की कार्यवाही तत्काल प्रारंभ करने के लिये जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये। गत दिनों अन्न उत्सव कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय सांसद श्री डी.डी. उइके द्वारा भुवनखेड़ी में इस संबंध में निर्देश दिये जाने के बावजूद जिला परियोजना समन्वयक द्वारा जर्जर स्कूल भवन को गिराने की कार्यवाही न करने पर डीपीसी के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश भी कलेक्टर श्री गुप्ता ने दिये। उन्होने ग्राम धौलपुर में स्कूल भवन निर्माण कार्य काफी समय से अधूरा होने पर नाराजगी प्रकट की और कहा कि इस भवन को एक सप्ताह में पूर्ण करें तथा 2 कमरे जो पूर्ण हो चुके है, उनमें स्कूल कल से ही प्रारंभ करें।
*सड़कों से निर्माण सामग्री हटाएं*
कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्र में प्रमुख मार्गो से रेत, गिट्टी, ईंट जैसी निर्माण सामग्री हटवाएं। उन्होने कहा कि सड़कों के आसपास रेत, गिट्टी आदि पड़े होने से दुर्घटना की आशंका रहती है और यातायात बाधित होता है।
*सेवा निवृत्त कर्मचारियों के स्वत्वों का समय पर भुगतान करें*
कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने विभाग के सेवा निवृत्त हो चुके कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों का पेंशन कार्यालय व कोषालय के माध्यम से त्वरित निराकरण कराएं। साथ ही सभी अधिकारी अपने विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की सेवा निवृत्ति से तीन माह पूर्व पेंशन कार्यालय को पूरी जानकारी भेजें ताकि उनके पेंशन प्रकरण तैयार किये जा सकें।
*ग्रामीण क्षेत्र में कुओं की मुंडेर बनवायें और ट्यूबवेल के खुले होल ढंकवाएं*
कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिन कुओं पर मुंडेर नहीं है, उनके आसपास मुंडेर बनवाई जाए ताकि दुर्घटना की आशंका न रहे। उन्होने निर्देश दिये कि ऐसे ट्यूबवेल जो अब बन्द हो चुके है लेकिन उनके मुँह खुले हुए है, जिससे दुर्घटना की आशंका रहती है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने अधिकारियों से कहा कि ऐसे ट्यूबवेल के मुँह बंद कराएं ताकि दुर्घटना की आशंका न रहे।
*25 व 26 अगस्त के कोविड टीकाकरण महा अभियान के लिये तैयारियाँ करें*
हरदा/ कलेक्टर श्री संजय गुप्ता ने जिला टीकाकरण अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि आगामी 25 व 26 अगस्त को आयोजित होने वाले टीकाकरण महा अभियान के लिये सभी आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करें। उन्होने ऐसे गंभीर रोगियों तथा दिव्यांगजनों जो कि चलने फिरने में असमर्थ है, उनके घर जाकर कोविड वेक्सीनेशन कराने के लिये विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने जिले के सभी दिव्यांगजनों तथा कॉलेज के शतप्रतिशत विद्यार्थियों का टीकाकरण कराने के लिये उपसंचालक सामाजिक न्याय व प्राचार्य महाविद्यालय को निर्देश दिये।
*टेलेंट सर्च 2021 अभियान 24 अगस्त से पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा*
*ऑनलाइन पंजीयन की अंतिम तिथि 21 अगस्त निर्धारित*
हरदा/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शहरों के साथ ही ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में भविष्य की खेल प्रतिभाओं को तलाशकर तराशने के लिए प्रदेश में श्टेलेंट सर्च 2021श् अभियान की घोषणा की है। यह अभियान 24 अगस्त से पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की अंतिम तिथि 21 अगस्त निर्धारित की गई है। प्रदेश भर में इस अभियान में खेल एवं युवा कल्याण स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के समन्वय से कार्य किया जाएगा। इसके तहत लगभग 2500 बालक-बालिकाओं का चयन कर प्रदेश में संचालित अत्याधुनिक संसाधनों से लैस विभिन्न खेल अकादमियों तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षण दिया जायेगा।
*चयन प्रक्रिया*
प्रतिभा चयन कार्यक्रम के तहत पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) का कार्य 09 अगस्त को प्रारंभ हुआ है, जो 21 अगस्त तक चलेगा। पंजीयन ऑनलाइन किया जा रहा है, लेकिन विशेष मामलों में ऑफलाइन भी किया जा सकेगा। प्रतिभावान खिलाड़ी एथलेटिक्स, शूटिंग, वॉटर स्पोर्ट्स (कयाकिंग केनोइंग, रोइंग, सेलिंग, स्लालॉम), कराते, फेंसिंग, बॉक्सिंग, कुश्ती, ताइक्वाडों जूडो, घुड़सवारी, पुरुष हॉकी, ट्रायथलान, महिला हॉकी, बेडमिंटन, तीरंदाजी, पुरुष क्रिकेट, योग और मलखंभ में अपना भविष्य बनाने के लिए इस अभियान में शामिल हो सकेंगे। चयन की प्रक्रिया निर्धारित मापदंडों के अनुरूप और कोविड संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए की जा रही है। पंजीयन के बाद 24 अगस्त से चयन प्रक्रिया जिला, संभाग और फिर राज्य स्तर पर शुरू होगी। माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर संबंधी कोई समस्या नहीं आयी, तो पूरी प्रक्रिया 15 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी। अभियान में अब तक 17 हजार पंजीयन हो चुके हैं। यह संख्या 50 हजार तक पहुँच जाएगी।
*अधिकारियों को दिशा-निर्देश*
जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारियों (डीएसओ) को उनके जिले में रजिस्टर हो रहे खिलाड़ियों की संख्या देखने के लिये पृथक से आई.डी. उपलब्ध कराई जा रही है।
खिलाड़ियों के आनलाइन रजिस्ट्रेशन के उपरान्त उन्हें किस दिनांक को जिला मुख्यालय पर फिजिकल फिटनेस टेस्ट देने आना है, इसकी उन्हें एस.एम.एस.द्वारा सूचना दी जायेगी। डीएसओ को अवगत कराना होगा कि उस खिलाड़ी का जिला मुख्यालय पर किस ग्राउण्ड में फिजिकल फिटनेस टेस्ट होगा। खिलाड़ी को स्थान की जानकारी मुख्यालय स्तर से दी जाये ताकि यदि कोई खिलाड़ी कॉल सेंटर को फोन लगाये तो उनके पास यह जानकारी होना चाहिए कि जिले में टेलेन्ट सर्च कहाँ हो रहा है। डीएसओ को प्रतिदिन लगभग 100 खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट करना होगा।
स्कूल शिक्षा और आदिम जाति कल्याण विभाग के सहयोग से ब्लाक से जिला स्तर तक खिलाड़ियों के आने-जाने एवं भोजन की व्यवस्था की जाएगी। फिजिकल फिटनेस टेस्ट के परिणाम को तत्काल माईक्रोसॉफ्ट एक्सेल में दर्ज कर उसी दिन मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जावेगा।
फिजिकल फिटनेस टेस्ट के परिणामों के आधार पर मुख्यालय स्तर से खेल अकादमियों में उपलब्ध रिक्त सीट के निर्धारित अनुपात अनुसार मेरिट लिस्ट तैयार की जायेगी, जिसके अनुसार खेलवार खिलाड़ियों को संभाग स्तर पर स्किल टेस्ट के लिये बुलवाया जायेगा। अधिकृत राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के प्रतिभागी एवं पदक विजेता खिलाड़ी एवं अकादमी के पूर्व में प्रवेशित ऐसे खिलाड़ी जिन्हें वर्तमान में प्रथम एवं द्वितीय चरण में नहीं बुलाया गया हैं। ऐसे खिलाड़ी संभाग स्तर पर स्किल टेस्ट के लिये सीधे पात्र होंगे। ऐसे खिलाड़ियों के लिये आयु में बाध्यता नहीं होगी।
जिला स्तर पर ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन फार्म नहीं भरा है, ऐसे खिलाड़ियों का स्थल पर रजिस्ट्रेशन कराने का दायित्व डीएसओ का होगा।
*हॉकी खेल का सेलेक्शन ट्रॉयल*
हॉकी का सेलेक्शन ट्रॉयल 8 जोन - ग्वालियर, शिवपुरी, जबलपुर, दमोह, इन्दौर, मंदसौर, होशंगाबाद एवं भोपाल में किया जायेगा, जिसमें प्रदेश में चल रहे हॉकी फीडर सेंटर के खिलाड़ियों एवं अन्य खिलाड़ियों को टेलेन्ट सर्च के लिये आमंत्रित किया जायेगा। जिन जिलों में हॉकी के फीडर सेंटर चल रहे हैं उनके जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी फीडर सेंटर के इच्छुक खिलाड़ियों का 18 अगस्त के पूर्व रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
महिला एवं पुरूष हॉकी अकादमी में उपलब्ध रिक्त सीट से 3 गुना खिलाड़ियों का चयन 8 जोन के खिलाड़ियों से किया जायेगा। इनका राज्य स्तर पर आवश्यकतानुसार 7 से 10 दिवस का कैम्प लगाकर अंतिम चयन किया जायेगा। राज्य स्तर पर महिला हॉकी खिलाड़ियों के चयन का कैम्प ग्वालियर एवं पुरूष हॉकी खिलाड़ियों के चयन का कैम्प भोपाल में सितम्बर प्रथम सप्ताह में आयोजित किया जायेगा।
*कुश्ती खेल का सेलेक्शन ट्रॉयल*
इस वर्ष का टेलेन्ट सर्च का आयोजन प्रदेश के उन जिलों में किया जायेगा, जहाँ कुश्ती खेल प्रचलन में है। टेलेन्ट सर्च में प्रदेश के उन्ही खिलाड़ियों को शामिल किया जायेगा, जिन्होंने कम से कम अधिकृत राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता की हो। इस वर्ष के टेलेन्ट सर्च में कुश्ती अकादमी में कुल सीट का 20 प्रतिशत प्रदेश के बाहर के विगत दो वर्ष के पदक विजेता सब जूनियर, जूनियर खिलाड़ियों को शामिल किया जायेगा। यह टेलेन्ट सर्च प्रदेश के मुख्यतः इन्दौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर एवं भोपाल संभाग में किया जायेगा। इन संभागों के जिलों में कुश्ती के खिलाड़ियों की अधिकता है। शेष ऐसे संभागों के जिलों के कुश्ती खिलाड़ी जिनके संभाग स्तरीय चयन ट्रॉयल उनके संभाग में नहीं हो रहा हो वह अपनी सुविधानुसार निकटतम संभाग में आयोजित हो रही चयन ट्रॉयल में शामिल हो सकते हैं। रजिस्ट्रेशन उपरान्त संबंधित जिले में इनका फिजिकल फिटनेस टेस्ट निर्धारित तिथि पर किया जावेगा। इसके पश्चात संभाग स्तरीय चयन उपरोक्तानुसार 6 संभागों में किया जायेगा।
कुश्ती अकादमी की उपलब्ध रिक्त सीट के विरूद्ध 4 गुना खिलाड़ियों का चयन राज्य स्तरीय शिविर के लिये किया जायेगा। यह शिविर लगभग 5 दिवस का लगाया जा सकता है।
*सहयोगिनी मातृ समिति सुपोषित मध्यप्रदेश की संकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी*
हरदा / प्रमुख सचिव, महिला बाल विकास श्री अशोक शाह ने शनिवार को कहा है कि सुपोषित मध्यप्रदेश की संकल्पना की प्रतिबद्धता को साकार करने के उद्देश्य से राज्य पोषण नीति 2020-2030 के अंतर्गत पोषण सरकार की अवधारणा को मूर्तरूप दिया जाना उल्लेखित है। इसके लिए दो स्तर पर पहल किया जाने का उल्लेख है। प्रथम अन्तर्विभागीय व्यवस्था को मजबूत करना एवं दूसरा सामुदायिक सहभागिता तथा नेतृत्व को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा की आँगनवाड़ी सेवा योजना के तहत संचालित कार्यक्रमों में सेवा उपयोगकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी से योजनाओं और गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन के बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते। सहयोगिनी मातृ समिति सुपोषित मध्यप्रदेश की संकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रमुख सचिव श्री शाह शनिवार को सहभागी प्रशिक्षण मार्गदर्शिका का विमोचन कर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कहा कि सहयोगिनी मातृ समिति (एस.एम.एस.) को सशक्त और सक्षम बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभागद्वारा समिति के सदस्यों को सहभागी प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक, सहजकर्ता, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक के लिए यह सहभागी प्रशिक्षण मार्गदर्शिका तैयार की गई है। इस मार्गदर्शिका के प्रमुख दो उद्देश्य हैं। समिति एवं उपसमिति के गठन की प्रक्रिया, उनकी भूमिका, काम और अधिकारों से परिचित कराना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के प्रावधानों से अवगत करवाना है। उन्होंने कहा की विभाग आशावत है कि सहयोगिनी मातृ समिति (एस.एम.एस.) के सदस्यों के सशक्तिकरण की इस पहल में शामिल होने वाले स्रोत व्यक्तियों, सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं, महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षकों के लिए यह सहभागी प्रशिक्षण मार्गदर्शिका उपयोगी साबित होगी।
पूर्व में ग्राम स्तर पर संचालित कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए श्सहयोगिनी मातृ समितिश् का गठन किया गया था। वर्तमान में मैदानी स्तर की परिस्थितियों, योजनाओं के स्वरूप में परिवर्तन को देखते हुए आँगनवाड़ी केन्द्रों पर सहयोगिनी मातृ समिति का पुनर्गठन किया गया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत आँगनवाड़ी केन्द्र की गतिविधियों के सुदृढ़ीकरण, पारदर्शिता एवं जवाबदेही के लिए श्सतर्कता समिति एवं सोशल ऑडिट व्यवस्था प्रावधानित है। मातृ सहयोगी समिति इस प्रयोजन के लिए ‘सतर्कता समिति’ के रूप में कार्य करेगी। ये समितियाँ पोषण गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की नियमित रूप से निगरानी करने, अधिनियम के प्रावधानों का नियमित रूप से पालन करवाने एवं पालन न होने की सूचना जिला शिकायत निवारण अधिकारी को देने के लिए अधिकृत की गई हैं।
सहयोगिनी मातृ समिति (एस.एम.एस.) में समुदाय के प्रतिभागियों, विभागीय योजना के हितग्राहियों और अन्य विभागों के मैदानी सेवा प्रदाताओं को प्रतिनिधित्व प्रदान किया गया है। यह समिति बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती और धात्री महिलाओं के पोषण स्वास्थ्य के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रभावी भूमिका निभाएगी। सहयोगिनी मातृ समिति (एस.एम.एस.) न केवल पूरक पोषण आहार कार्यक्रम की निगरानी करेगी बल्कि यह भी देखेगी कि गाँव या बस्ती के कोई भी पात्र हितग्राही योजनाओं के लाभ से वंचित न रहें। सभी बच्चों की नियमित रूप से वृद्धि निगरानी हो, समुदाय में लैंगिक हिंसा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों का निवारण हो। हर घर में पोषण वाटिका लगाई जाए, सहभागी तरीके से परिणाम मूलक सामुदायिक पोषण प्रबंधन रणनीति तैयार की जाए और समुदाय के पोषण व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आए।
*शासकीय विद्यालय के बच्चों को पैकिंग में मिलेंगी पुस्तकें*
हरदा 16 अगस्त 21/ स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कक्षा पहली से बारहवीं तक के शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को निरूशुल्क पुस्तकें पैकिंग कर वितरित की जायेंगी। प्रदेश में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत शाजापुर जिले में शुजालपुर, सीहोर जिले में बुधनी और भोपाल विकासखण्ड में की जा रही है। श्री परमार ने शनिवार को शुजालपुर के जनपद शिक्षा केन्द्र से जनशिक्षा केन्द्रों तक निरूशुल्क पुस्तकें पहुँचाने के लिए वितरण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
श्री परमार ने कहा कि शासन द्वारा पहले विद्यालय में बच्चों को बिना पैकिंग किये पुस्तकें दी जाती थीं, उसमें कई प्रकार की व्यवहारिक कठिनाइयाँ आती थीं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में इस बार हमनें पुस्तकों का पूरा एक सेट तैयार कर पैकिंग कर छात्र-छात्राओं को वितरण करने का निर्णय लिया है। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता पर अगले सत्र से पूरे प्रदेश में छात्र-छात्राओं को पुस्तकों को पैकिंग कर वितरण किया जायेगा।
*आरटीई के दूसरे चरण की ऑनलाइन लॉटरी में हुआ स्कूलों का आवंटन*
हरदा/ निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार के अन्तर्गत कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के बच्चों को सत्र 2021-22 के लिए दूसरे चरण में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूल आवंटित किये गये। संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस ने बताया कि दूसरे चरण में 14 हज़ार 880 बच्चों को उनकी च्वाइस के अनुसार स्कूल आवंटित किये गये हैं। ऑनलाइन लॉटरी में 7 हज़ार 887 बालकों को और 6 हज़ार 993 बालिकाओं को स्कूल का आवंटन किया गया है। आरटीई पोर्टल rteportal-mp-gov-in <http:@@rteportal-mp-gov-in@> पर दूसरे चरण के आवंटन-पत्र उपलब्ध हैं। पालक आवेदन में अंकित जानकारी दर्ज कर आवंटन की स्थिति चेक कर सकते हैं और आवंटन-पत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं। जिन बच्चों को स्कूल आवंटित हुआ है, वह आवंटन-पत्र की एक प्रति आवंटित स्कूल में ले जाकर 16 अगस्त 2021 से एक सप्ताह की अवधि में निःशुल्क प्रवेश ले सकते हैं। बच्चे के प्रवेश लेते समय ही संबंधित प्रायवेट स्कूल द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से बच्चे की जिओटेग एडमीशन रिपोर्टिंग दर्ज की जायेगी।